यूपी अस्सेम्ब्ली पोल : उत्तर प्रदेश में दस सीटों पर उपचुनाव से पहले सपा और कांग्रेस के बीच गठबंधन में खींचतान के संकेत मिलने लगे हैं। दोनों दल दोस्ती का हाथ तो थामे रखना चाहते हैं लेकिन इसके बीच दलित-मुस्लिम वोटों को अपनी-अपनी तरफ खींचने का मोह भी आड़े आ रहा है। कांग्रेस की प्रदेश इकाई ने हुंकार के साथ सभी सीटों पर अकेले लड़ने की तैयारी तेज कर दी है। यूपी में उपचुनाव से पहले सपा-कांग्रेस की दोस्ती में दरार! दलित-मुस्लिम वोटों के मोह से गठबंधन में खींचतान कांग्रेस ने सभी सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने की तैयारी शुरू कर दी है।
HighLights
*दस सीटों के उपचुनाव में मीरापुर, मझवां और फूलपुर छोड़ने के लिए तैयार नहीं दोनों दल।
*पांच सीटों के प्रस्ताव संग प्रदेश कांग्रेस इकाई की सभी सीटों पर अकेले लड़ने की तैयारी।
जितेंद्र शर्मा, नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में आईएनडीआइए को लगभग एकमुश्त मुस्लिम वोट मिला और दलितों ने भी विपक्षी गठबंधन की ताकत बढ़ाई। सफलता के इस सफर को अगले चुनावों तक भी ले जाने के लिए सपा और कांग्रेस परस्पर दोस्ती का हाथ थामे रखना चाहते हैं, लेकिन इसके बीच दलित-मुस्लिम वोटों को अपनी-अपनी ओर खींचने का मोह किस तरह आड़े आ रहा है, इसका संकेत मिलने लगा है।
राज्य में जिन दस विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है, उनमें से पिछली बार जीत गई पांच सीटों पर तो सपा का मजबूत दावा स्वाभाविक ही है, लेकिन वह कांग्रेस को मीरापुर, मझवां और फूलपुर जैसी सीटें देने के लिए नहीं है, जिन पर मुस्लमान या दलित मतदाताओं की अच्छी संख्या है। फिलहाल कांग्रेस की प्रदेश इकाई भी इन सीटों पर दावा छोड़ने को तैयार नहीं है और हुंकार के साथ सभी सीटों पर अकेले लड़ने की तैयारी भी तेज कर दी