किन्नर प्रेमिका के शौक को पूरा करने के लिए युवक ने रचा था लूट का षड़यंत्र
– फोन काल के जरिए थरियांव पुलिस ने लूट का किया खुलासा
– प्रेमिका के पास से जेवरात समेत नगदी बरामद
फोटो परिचय- पत्रकारों से बातचीत करते एसपी धवल जायसवाल एवं पीछे पुलिस टीम के साथ साजिशकर्ता।
अजय सिंह अज़रा न्यूज़ फतेहपुर। थरियांव थाना क्षेत्र के ग्राम आंबापुर व हसवा मोड़ के बीच नेशनल हाईवे पर चैबीस घंटे पूर्व हुई लूट की घटना का थरियांव पुलिस ने सफल अनावरण करते हुए लूट की फर्जी सूचना देने वाले मुख्य आरोपी समेत अन्य सहयोगियों को हिरासत में ले लिया। पूछताछ में मामला दूध का दूध और पानी का पानी हो गया। किन्नर प्रेमिका के महंगे शौक को पूरा करने के लिए युवक ने स्वयं के साथ लूट होने का षड़यंत्र अपने सहयोगियों के साथ मिलकर रचा था। पुलिस ने किन्नर प्रेमिका के पास से जेवरात व नगदी भी बरामद कर ली है। सभी के खिलाफ सुसंगत धाराओं के तहत कार्रवाई की जा रही है।
पुलिस लाइन के सभागार में पत्रकारों से बातचीत करते हुए पुलिस अधीक्षक धवल जायसवाल ने बताया कि किशनपुर थाना क्षेत्र के ग्राम नरौली निवासी सूरज दीक्षित पुत्र पंकज दीक्षित ने डायल-112 पर सूचना दिया कि ग्राम आंबापुर व हसवा के बीच हाईवे पर बुलेट सवार दो व्यक्तियों ने उसके बैग में रखी ज्वैलरी सोने का हार, लाकेट, नाक की कील, मंगलसूत्र 40 ग्राम, चांदी के विभिन्न आभूषण 742 ग्राम लूट लिए। सूचना पर थरियांव थाने के प्रभारी निरीक्षक आलोक कुमार पाण्डेय अपने हमराही पुलिस कर्मियों संग घटनास्थल पहुंचे और जांच पड़ताल की। एसपी ने बताया कि थरियांव व एसओजी की संयुक्त टीम ने जब सूचनाकर्ता सूरज दीक्षित से पूछताछ की तो प्रकाश में आया कि वह रामलीला व डांस प्रोग्राम का ठेका लेता है। जिससे उसकी दोस्ती किन्नर परी उर्फ अनुज से लगभग एक वर्ष से हो गई थी। उसी के साथ काम करने वाले किन्नर ट्विंकल उर्फ डब्लू निवासी कासिमाबाद गाजीपुर भी काम करती थी। किन्नरों के महंगे शौक को पूरा करने के लिए सूरज दीक्षित ने लगभग एक सप्ताह पूर्व अपने ही गाँव के दो दोस्तों के साथ मिलकर लूट की फर्जी सूचना की योजना बनाई कि वह ज्वैलरी का सामान फतेहपुर से लेकर आयेगा तो तुम लोग मुझे रास्ते में मारना पीटना व बैग लेकर भाग जाना, लेकिन यह योजना फेल हो गई और फर्जी खेल का राजफाश हो गया। पुलिस कप्तान ने बताया कि उसके दो दोस्तों की मोटरसाइकिल खराब हो जाने से योजनाकर्ता का मंसूबा पूरा नहीं हो सका। माल बेचने के संबंध में घटना के एक दिन पूर्व अपने ही गाँव के शिवांश मिश्रा पुत्र हरिशंकर मिश्रा से वार्ता की गयी कि मेरा सामान बेचवा देना। योजना के अनुरूप 10 बजे अपने घर से पुरानी चांदी व जेवरात लेकर फतेहपुर के चैक मार्केट में मुन्ना लाल सर्राफा के यहाँ से पुरानी चांदी देते हुए उसके एवज में नये चांदी के जेवरात कुल 742 ग्राम तथा गौरव ज्वेलर्स के यहाँ से 2.5 ग्राम का सोने का लाकिट व मंगलसूत्र तथा पप्पू कारीगर के यहाँ से मरम्मत हेतु पूर्व में दिया गया। सोने का हार व दो अदद नाक की सोने की कील लेकर योजना के अनुसार ज्वालागंज पर शिवांश मिश्रा को बुलाकर सोने का हार व कील दो अदद, माला सोने का लाकिट मंगलसूत्र सोने का बेचने हेतु दिया। चांदी के जेवरात अपने बैग में रखकर अपने दोस्त व प्रेमिका किन्नर परी के पास रख दिया। शिवांश मिश्रा प्राप्त सोने के जेवरात हार व कील लेकर एक अज्ञात महिला को अपने साथ लेकर अमित सोनी/फैन्सी ज्वेलर्स के यहाँ दो लाख में बेच दिया था। एक लाख अस्सी हजार सूचनाकर्ता सूरज दीक्षित को दे दिया। बीस हजार रुपया सहयोगी अज्ञात महिला को दिया। सूरज दीक्षित जिसमे से एक लाख पचास हजार रुपया किन्नर परी के माध्यम से किन्नर राधिका उर्फ आदित्य द्वारा किन्नर ट्विकंल के गाँव कासिमाबाद जनपद गाजीपुर भिजवाने हेतु चार बजे दे दिया गया। तीस हजार रुपया अपने पास रख लिया तत्पश्चात सूचनाकर्ता, किन्नर राधिका के घर आबूनगर से अपनी मोटर साइकिल यूपी-71डीडी/9544 हीरो स्ट्रीम से चलकर हसवा क्षेत्र पहुंचा। जहां डाय-112 पर फर्जी सूचना दे दी गई। फर्जी लूट में दिखाया गया समस्त सोने के जेवरात लगभग 40 ग्राम, चांदी के जेवरात कुल 742 ग्राम एवं सोने के जेवरात बिक्री का कुल एक लाख अस्सी हजार रुपया बरामद किया गया है। एसपी ने बताया कि सूचनाकर्ता सूरज दीक्षित के खिलाफ सुसंगत धाराओं के तहत कार्रवाई की गई है जबकि सहयोगकर्ताओं का भी पुलिस ने चालान कर दिया है।
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थाना प्रभारी की तत्परता से हुआ फर्जी लूट का खुलासा
फोटो परिचय- (2) थरियांव थाना प्रभारी निरीक्षक आलोक कुमार पाण्डेय।
फतेहपुर। निरीक्षक आलोक कुमार पाण्डेय ने जब से थरियांव थाने के निरीक्षक पद का चार्ज संभाला है तब से क्षेत्र में पुलिस की चहल-कदमी बढ़ गई है। थाना प्रभारी को जब नेशनल हाईवे पर आंबापुर व हसवा के बीच लूट की सूचना मिली तो वह तत्काल मौके पर पहुंचे और घटनास्थल पर जांच-पड़ताल की। एसओजी टीम के साथ प्रभारी निरीक्षक ने लूट की सूचना देने वाले सूरज दीक्षित से जब कड़ाई से पूछताछ की तो घटना का खुलासा हो गया और पुलिस ने आभूषण व नगदी भी बरामद कर ली। घटना का महज 24 घंटे में खुलासा होने पर इसकी चर्चाएं क्षेत्र में दिन भर होती रही। लोगों का कहना रहा कि थाना प्रभारी की तत्परता से ही फर्जी घटना का खुलासा हो सका है। इतना ही नहीं श्री पाण्डेय ने जब से थाने का चार्ज संभाला है तब से क्षेत्र में पुलिस की रात्रि गश्त भी बढ़ गई है। क्षेत्र के हिस्ट्रीशीटरों में हड़कंप भी मचा हुआ है।