दहेज उत्पीड़न के मुकदमें में विरोधियों को बचा रहे विवेचक: वेदिका
– न्याय के लिए दर-दर भटकने के बावजूद नहीं हो रही उचित कार्रवाई
– पति का परिवार की ही महिला से अवैध संबंध, मारपीट कर किया उत्पीड़न
– पीड़िता ने डीएम व एसपी से विवेचक बदलने की उठाई मांग
फोटो परिचय- पत्रकारों से बातचीत करती पीड़िता।
मो. ज़र्रेयाब खान अजरा न्यूज़ फतेहपुर। एक ओर जहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ महिला सुरक्षा को लेकर मिशन शक्ति अभियान चला रहे हैं। वहीं दूसरी ओर जिले की पुलिस ही इस मिशन को दागदार कर रही है। ससुरालीजनों की प्रताड़ना से क्षुब्ध एक महिला का कहना रहा कि उसका दहेज उत्पीड़न का मुकदमा चल रहा है। जिसमें विवेचना अधिकारी विपक्षियों से मिलकर धाराओं को हटाने का काम कर रहे हैं। इतना ही नहीं उसका तरह-तरह से उत्पीड़न किया जा रहा है। पति का परिवार की ही एक महिला से अवैध संबंध है। जिसके चलते वह उसके साथ मारपीट करते थे। न्याय के लिए वह लगातार अधिकारियों की चौखट पर चक्कर लगा रही है, लेकिन उसकी कोई सुनवाई नही हो रही है।
हुसैनगंज थाना क्षेत्र के ग्राम पड़री निवासी वेदिका शुक्ला पुत्री स्व. श्रीराम शुक्ला ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि उसका विवाह वर्ष 2021 में बकेवर थाना क्षेत्र के ग्राम औसेरी खेड़ा निवासी राहुल शुक्ला के साथ हुआ था। शादी के बाद से ही पति व ससुरालीजन अतिरिक्त दहेज की मांग को लेकर उसका मानसिक व शारीरिक उत्पीड़न करने लगे थे। पीड़िता ने आरोप लगाया कि उसके पति का परिवार की ही एक महिला से अवैध संबंध है। जिसको लेकर आए दिन उसके साथ मारपीट की जाती थी। कई बार तो उसे जलाकर मारने का भी प्रयास किया गया। जिससे आजिज आकर उसने बकेवर थाने में मु.सं. 0086 धारा-154 दण्ड प्रक्रिया संहिता के तहत भा.द.सं. 1860 धारा 498 ए, 323, 504, 506, 377 व दहेज प्रतिषेध अधिनियम 1961 धारा 3/4 पंजीकृत करवाया था। जिसकी विवेचना मुसाफा चौकी के उपनिरीक्षक राकेश चन्द्र शर्मा कर रहे हैं। पीड़िता ने यह भी आरोप लगाया कि विवेचक ससुरालीजनों से मिले हुए हैं। उसने कई बार अपना पक्ष रखने के लिए विवेचक से संपर्क किया लेकिन उन्होने मोबाइल तक उठाना मुनासिब नहीं समझा। विवेचक ने मुकदमें की कुछ धाराओं को हटा दिया साथ ही अपनी विवेचना से छह लोगों को बचा लिया। विवेचक उसके मुकदमे को कमजोर करने में लगे हुए हैं। ऐसे में उसे समुचित न्याय मिल पाना असंभव है। पीड़िता ने बताया कि उसने डीजीपी सहित कई उच्चाधिकारियों के यहां शिकायती पत्र भी भेजे लेकिन कोई सुनवाई नही हो रही है। जिससे ससुरालीजन उस पर दबाव बना रहे हैं। पीड़िता ने डीएम व एसपी से न्याय की गुहार लगाते हुए मुकदमें में विवेचक को बदलने व समुचित न्याय दिलाए जाने की मांग की है।