ध्रुव की तरह बने पुत्र: अखिलदास
फोटो परिचय- कथा वाचक अखिलदास महाराज।
खागा, फतेहपुर। क्षेत्र के किशनपुर नगर स्थित लक्ष्मी मंदिर में चल रही संगीतमय श्रीमद्भागवत कथा में भक्तों ने कथा वाचक अखिल महाराज द्वारा सुनाई गई ध्रुव की कथा का रसास्वादन किया। कथा में ध्रुव और भक्ति के गहरे संबंध का ऐसा मार्मिक वर्णन किया गया कि उपस्थित श्रद्धालु मंत्रमुग्ध होकर सुनते रहे।
अखिल महाराज ने कथा के दौरान बताया कि ध्रुव ने कड़ी परीक्षा दी। पिता की यातनाओं के बाद भी अपने रास्तों से डिगा नहीं। भक्त के समर्पण और प्रेम से ही भगवान को पूर्णता प्राप्त होती है। उन्होंने कहा कि भगवान को आत्म संतुष्टि तभी मिलती है जब उनका भक्त उनके प्रति निस्वार्थ प्रेम और श्रद्धा प्रकट करता है। भक्त और भगवान के इस पवित्र संबंध को विभिन्न प्रसंगों और कथाओं के माध्यम से रोचक ढंग से प्रस्तुत किया गया। कथा के दौरान गाए गए भजनों और मधुर संगीत ने वातावरण को और भी भक्तिमय बना दिया। श्रद्धालुओं ने भाव विभोर होकर भक्ति रस का आनंद लिया। मंदिर परिसर में शांति और आस्था का माहौल देखने लायक था। श्रीमद्भागवत कथा में यजमान संगम मिश्रा, राजेंद्र मिश्रा, रवींद्र मिश्रा सहित बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।