नई दिल्ली: पहली बार विधायक बनी Rekha Gupta को दिल्ली का कमान सौंपकर भाजपाई रणनीतिकारों ने एक तीर से कई निशाना साधा है. पार्टी ने जहां एक तरफ 46 फीसदी दिल्ली की महिला मतदाताओं को सम्मान दिया है वहीं दूसरी ओर मौजूदा समय में 21 भाजपा व राजग शासित राज्यों में से दिल्ली जैसे केन्द्र शासित राज्य की जिम्मेदारी किसी महिला विधायक को देकर दूर का संदेश दिया है. सूत्रों की मानें तो दो दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और संघ की ओर से रेखा गुप्ता के नाम को हरी झंडी मिल गई थी लेकिन औपचारिकता पूरी करने व सर्वसम्मति का संदेश देने के लिए विधायक दल के बैठक में निर्णय को सार्वजनिक किया गया. कहा जा रहा है कि चुनाव के कुछ दिन पहले आम आदमी पार्टी की ओर से कथित तौर पर अस्थाई रूप से आतिशी को मुख्यमंत्री की कुर्सी सौंपी गई थी जिसके बाद अस्थाई शब्द को लेकर खुब राजनीति हुई थी. संभवतः इसी के काट के तौर पर भाजपा ने औपचारिक रूप से महिला विधायक को सम्मानित किया गया है. इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पटखनी देने वाले युवा नेता प्रवेश वर्मा को उपमुख्यमंत्री की कुर्सी सौंपकर पार्टी ने जुझारू युवा नेता व एक खास वोटबैंक को साधने का प्रयास किया है. जहां तक पूर्वांचली मतदाताओं को भावनात्मक संदेश देने की बात है तो मंत्रिमंडल में दो प्रवासी नेताओं को शामिल करने की बात कही जा रही है. इतना ही नहीं अनुभवी नेता विजेंद्र गुप्ता को विधानसभा अध्यक्ष की जिम्मेदारी देकर पार्टी रणनीतिकारों ने सदन के अंदर भी पार्टी की स्थिति को बेहतर बनाने का प्रयास किया है.
रेखा गुप्ता के सहारे भाजपा ने दिया दूरगामी संदेश
