पीडीए समाज पर हो रहे अत्याचार पर कलेक्ट्रेट में हल्ला बोल
– राज्यपाल को ज्ञापन भेजकर प्रदेश सरकार को बर्खास्त किए जाने की उठाई मांग
फोटो परिचय- कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन करते यादव महासभा व पीडीए समाज के लोग।
मो. ज़र्रेयाब खान अजरा न्यूज़ फतेहपुर। उत्तर प्रदेश में पीडीए समाज पर हो रहे अत्याचार व फर्जी मुकदमें में फंसाए जाने का आरोप लगाते हुए यादव महासभा के बैनर तले पीडीए समाज के लोगों ने कलेक्ट्रेट पर हल्ला बोल किया। तत्पश्चात जिलाधिकारी के माध्यम से राज्यपाल को तीन सूत्रीय ज्ञापन सौंपकर प्रदेश सरकार को बर्खास्त करने की मांग उठाई।
बुधवार को यादव महासभा के जिलाध्यक्ष चौधरी राजेश यादव की अगुवई में पीडीए समाज के लोग कलेक्ट्रेट आए और जमकर प्रदर्शन किया तत्पश्चात डीएम के माध्यम से राज्यपाल को भेजे गए ज्ञापन में बताया कि प्रदेश सरकार के प्रशासनिक अधिकारियों व पुलिस प्रशासन के अधिकारियों द्वारा लोकतांत्रिक मूल्यों का न तो पालन किया जा रहा है और न ही सरकार लोकतांत्रिक तरीके से काम कर रही है। प्रदेश में पीडीए समाज के ऊपर अन्याय व अत्याचार हो रहा है। समाज के लोगों की हत्या के साथ ही अन्याय अत्याचार व फर्जी मुकदमों में फंसाया जा रहा है। जिसका सभी विरोध दर्ज करा रहे हैं। ज्ञापन के जरिए आरोप लगाया कि पुलिस व एसटीएफ ने घर से उठाकर मंगेश यादव का फर्जी एनकाउंटर किया है। साथ ही ललितपुर में भाजपा के गुंडों ने इंदल पटेल को जिंदा लगाया। इसके अलावा रायबरेली में अर्जुन पासवान की भाजपा माफिया ने गोली मारकर हत्या की है। 69000 शिक्षक भर्ती आरक्षण घोटाले में सुप्रीम कोर्ट में सरकार द्वारा लाचार पैरवी की जा रही है। हमीरपुर में पीडीए के सांसद अजेंद्र सिंह लोधी के बेटे द्वारा अवैध खनन व ओवर लोड वाहनों का विरोध करने पर भाजपा के मोरम माफिया ने फर्जी मुकदमा दर्ज करवाया है। कहा कि कि प्रदेश में अराजकता का माहौल है ऐसे में राज्यपाल से मांग किया कि प्रदेश सरकार को बर्खास्त करते हुए पीडीए समाज को सुरक्षा दिलवाई जाए।
इस मौके पर सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष विपिन सिंह यादव, बाबू सिंह यादव एडवोकेट, वीरेंद्र सिंह यादव एडवोकेट, इंद्रजीत सिंह यादव एडवोकेट, अश्वनी यादव एडवोकेट, सुनील यादव, कमल सिंह एडवोकेट, अवधेश यादव, वीर सिंह, विनोद कुमार, रणविजय सिंह, सरजू प्रसाद यादव, विवेक सिंह यादव, अजय सिंह यादव, हिमांशु सिंह, राजेश कुमार, प्रशांत सिंह एडवोकेट, मुलायम सिंह एडवोकेट, विवेक कुमार यादव भी मौजूद रहे।