धूमधाम से मनाई 24 वें तीर्थंकर भगवान महावीर की जयंती
– मंदिरो में दिन भर चले कार्यक्रम, हुआ विश्व शांति यज्ञ
फोटो परिचय- रेल बाजार स्थित दिगंबर जैन मंदिर में पूजा-अर्चना करते समाज के लोग।
अजय सिंह अज़रा न्यूज़ फतेहपुर–चैत्र शुक्ल त्रयोदशी के दिन जैन धर्म के 24 वें तीर्थंकर भगवान महावीर की जयंती शहर सहित जहानाबाद स्थित दिगंबर जैन मंदिरो में धूमधाम से मनाई गई। इस दौरान मंदिरों में सुबह से लेकर देर रात तक विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। साथ ही वर्तमान के परिवेश को देखते हुए विश्व शांति महायज्ञ का भी आयोजन किया गया।
दोनो मंदिरो में सर्वप्रथम भगवान का नित्य नियम प्रक्षालन, पूजन आदि के आयोजन के साथ ही भगवान महावीर का पंचाभिषेक कर विशेष पूजन किया गया। शहर के नेमिनाथ दिगंबर जैन मंदिर में समाधिष्ट आचार्य विद्यासागर जी महाराज की शिष्या श्वेता दीदी ने विशेष मंत्रोच्चारण के मध्य शांतिधारा करवाई। जिसके बाद भगवान का पालना भी झुलाया गया तत्पश्चात दोपहर को भजन के साथ ही संध्या के समय महाआरती का आयोजन किया गया। समाज के लोगों ने महावीर भगवान का आह्वान करते हुए कहा कि हिंसा पीड़ित विश्व राह महावीर की तकता है-वर्तमान को वर्धमान की आवश्यकता है। वहीं श्वेता दीदी ने बताया कि वर्तमान में मनुष्य ने धरती को नष्ट करने की क्षमता विकसित कर ली है। ऐसे में भगवान महावीर का अहिंसा का सिद्धांत धरती को बचा सकता है। कहा कि देशों के बीच बढ़ती हिंसा को रोकने के लिए महावीर स्वामी के संदेश को समझना जरूरी है। उन्होंने युवाओं को आत्म संयम का संदेश दिया। बताया कि भगवान महावीर का जन्म उस समय हुआ था जब हिंसा-पशु बलि, जात-पात का भेदभाव बढ़ गया था। उन्होंने दुनिया को अहिंसा का पाठ पढ़ाते हुए जीओ और जीने दो का संदेश दिया। बताया कि समृद्ध जीवन और आंतरिक शांति के लिए भगवान ने पांच मूलगुणों को आत्मसात करने पर बल दिया था, जिसमें अहिंसा, सत्य, अस्तेय, ब्रह्मचर्य और अपरिग्रह शामिल हैं। इस मौके पर नरेंद्र चंद्र, दीपक, अजय, संदीप, कुशल, शोभित, हर्ष, श्रेष्ठ, ओम, निशू, अनमोल, प्रीती, सीमा, कांती, रीना, पूजा, स्वाती, गुनगुन, माही, रिद्धी आदि मौजूद रहे।
मंदिरो में दिन भर चले कार्यक्रम, हुआ विश्व शांति यज्ञ
