राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग ओबीसी मोर्चा ने मांगों को लेकर किया प्रदर्शन
– डीएम को सौंपा नौ सूत्रीय मांग पत्र
फोटो परिचय- कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन करते राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग ओबीसी मोर्चा के पदाधिकारी।
मो. ज़र्रेयाब खान अजरा न्यूज़ फतेहपुर। जाति आधारित जनगणना एवं संख्या के अनुपात में सभी क्षेत्रों में हिस्सेदारी सहित नौ सूत्रीय मांगों को लेकर चरणबद्ध आंदोलन के क्रम में शुक्रवार को राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग ओबीसी मोर्चा के पदाधिकारियों ने कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। तत्पश्चात जिलाधिकारी को संबोधित नौ सूत्रीय ज्ञापन सौंपकर मांगों को पूरा किए जाने की आवाज उठाई।
राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग ओबीसी मोर्चा के जिलाध्यक्ष मुन्ना लोधी की अगुवई में पदाधिकारी कलेक्ट्रेट पहुंचे और प्रथम चरण के आंदोलन के तहत जोरदार प्रदर्शन किया। तत्पश्चात डीएम को ज्ञापन सौंपकर मांग किया कि केंद्र सरकार द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर जाति आधारित जनगणना कराई जाए एवं संख्या के अनुपात में सभी क्षेत्रों में ओबीसी को हिस्सेदारी सुनिश्चित की जाए, एससी, एसटी का भी बढ़ी हुई संख्या के अनुपात में आरक्षण बढ़ाया जाए, ईडब्ल्यूएस आरक्षण लागू होने के बाद अब पचास प्रतिशत आरक्षण की सीमा समाप्त हो गई है इसलिए जब तक जाति आधारित जनगणना नहीं होती तब तक मण्डल कमीशन के आंकड़े के मुताबिक ओबीसी को 52 प्रतिशत आरक्षण लागू किया जाए, ओबीसी से असंवैधानिक क्रीमीलेयर हटाया जाए व एससी, एसटी पर क्रीमीलेयर लगाने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले को वापस लिया जाए, केंद्र सरकार द्वारा ओबीसी के विकास के लिए बजट न देने एवं एससी एसटी के विकास के लिए पर्याप्त बजट न देने पर नाराजगी जाहिर की, बिहार में जाति आधारित गणना के बाद ओबीसी, एससी, एसटी के बढ़ाए आरक्षण पर हाइकोर्ट की रोक को सुप्रीम कोर्ट ने भी जारी रखा है इसलिए बिहार आरक्षण को संविधन की नौवीं अनुसूची में डाला जाए, कई राज्यों में ओबीसी को 27 प्रतिशत आरक्षण भी लागू नही है इसलिए सभी राज्यों में तत्काल मण्डल कमीशन में बताई गई ओबीसी की संख्या के आधार पर उसी अनुपात में आरक्षण लागू किया जाए, रिजर्वेशन इन्पलीमेंटेशन एक्ट बनाया जाए, निजी क्षेत्रों में भी आरक्षण लागू किया जाए व एमएसपी गारण्टी कानून बनाया जाए। अगले चरण के तहत पंद्रह अक्टूबर को दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना प्रदर्शन करने की चेतावनी दी गई। इस मौके पर कामता प्रसाद, शिव पूजन, गंगा प्रसाद सिंह, फूल सिंह, जयचंद्र यादव, श्रीराम प्रजापति, धीरेंद्र सिंह, कृष्ण कुमार यादव, अनंत प्रकाश प्रजापति, राजेंद्र सिंह यादव भी मौजूद रहे।