नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद मोदी ने प्रयागराज में संपन्न हुए महाकुंभ को ‘युग परिवर्तन की आहट’ बताते हुए कहा कि इस आयोजन ने भारत की विकास यात्रा के नए अध्याय ‘विकसित भारत’ का संदेश दिया है। सोशल मीडिया पर एक आलेख में उन्होंने लिखा, महाकुंभ में 140 करोड़ देशवासियों की आस्था एक साथ, एक समय में, इस एक पर्व से आकर जुड़ गई। पूरी दुनिया हैरान है कि कैसे एक नदी के तट त्रिवेणी संगम पर करोड़ों लोग जुटे।
पीएम मोदन ने कहा कि इन करोड़ों लोगों को ना कोई औपचारिक निमंत्रण था, ना कोई पूर्व सूचना और समय निर्धारित था। यह आयोजन आधुनिक युग के मैनेजमेंट प्रोफेशनल्स के लिए, प्लानिंग और पॉलिसी एक्सपर्ट्स के लिए नए सिरे से अध्ययन का विषय बना है। पीएम ने महाकुंभ की तुलना श्रीकृष्ण द्वारा माता यशोदा को ब्रह्मांड दर्शन कराने से की और कहा कि इससे पूरी दुनिया ने भारत के सामर्थ्य के विराट स्वरूप के दर्शन किए हैं। पीएम ने लोगों से हर नदी को जीवनदायिनी मां का प्रतिरूप मानते हुए ‘नदी उत्सव’ का आह्वान किया। उन्होंने प्रशासन के साथ सफाईकर्मियों, पुलिसकर्मियों, नाविकों और प्रयागराज के स्थानीय निवासियों की प्रशंसा की।
16 हजार से अधिक ट्रेनें चलाईं : रेल मंत्री
प्रयागराज : रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि महाकुंभ के दौरान 16,000 से अधिक ट्रेनों का संचालन किया गया। इनसे 4.5 से 5 करोड़ यात्रियों को महाकुंभ लाया गया और ले जाया गया। उन्होंने सभी रेलकर्मियों को आभार जताया। उन्होंने कहा, महाकुंभ के लिए 21 से अधिक फ्लाइओवर और अंडरपास बनाए गए।
महाकुंभ युग परिवर्तन की आहट : मोदी
