राजस्व न्यायालयों में व्याप्त भ्रष्टाचार पर अधिवक्ताओं की हड़ताल जारी
– माडल बार एसोसिएशन खागा ने आम सभा कर एसडीएम को सौंपा ज्ञापन
फोटो परिचय- एसडीएम को ज्ञापन सौंपते अधिवक्ता।
मो. ज़र्रेयाब खान अजरा न्यूज़ फतेहपुर। खागा तहसील के राजस्व न्यायालयों व कार्यालयों में व्याप्त भ्रष्टाचार को लेकर माडल बार एसोसिएशन खागा की हड़ताल दूसरे दिन भी जारी रही। सोमवार को अधिवक्ताओं ने आम सभा करके डीएम को संबोधित एक ज्ञापन उप जिलाधिकारी को सौंपकर सभी मांगों को पूरा किए जाने की आवाज उठाई। आम सभा में निर्णय लिया गया कि जब तक मांगे पूरी नहीं होती तब तक हड़ताल जारी रहेगी।
माडल बार एसोसिएशन खागा के अध्यक्ष रामचन्द्र श्रीवास्तव व महामंत्री चंद्रशेखर यादव की अगुवई में अधिवक्ताओं की हड़ताल जारी है। आम सभा में अधिवक्ताओं ने राजस्व न्यायालयों में व्याप्त भ्रष्टाचार पर अपने-अपने विचार रखे। तत्पश्चात डीएम को संबोधित एक ज्ञापन उप जिलाधिकारी को सौंपकर कहा कि तहसील खागा के न्यायालयों एवं कार्यालयों में लंबे समय से व्याप्त भ्रष्टाचार के कारण न्याय व जनहित के तत्काल होने वाले कार्य सालों तक नही होते। जिससे वादकारियों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। मांग किया कि राजस्व संहिता वादों का दायरा के समय पंजीकरण कराकर तारीख नियत करके नियत तारीख के पूर्ण संबंधित से आख्या तलब करके दो माह में यथासंभव निस्तारण कराया जाए, धारा 34/35 राजस्व संहिता के बैनामा के आधार पर सरलीकरण अविवादित वादों का पंजीकरण बैनामा की तारीख से एक सप्ताह के अंदर कराकर 45 दिन में नामांतरण आदेश पारित करने एवं तत्काल अपलोड/निस्तारण एवं 60 में खतौनी में अमल-दरामत सुनिश्चित किया जाए। सालो साल से प्रत्येक सर्किल के राजस्व निरीक्षकों/लेखपालों के पास अकारण धारा 24, धारा 38(1), धारा 76(2), राजस्व संहिता के वादों में अविलंब आख्या सहित पत्रावली तलब करके विलंब के बाबत स्पष्टीकरण की कार्रवाई की जाए। कम्प्यूटर खतौनी कक्ष में पेंडिंग सभी परवाना अमल दरामत को तत्काल एक सप्ताह में खतौनी के फीडिंग कराया जाए व आगामी समय में वरासत एवं बंधक मुकत तत्काल फीड कराया जाए। सभी न्यायालयों में बहस के बाद आदेश हेतु 14 दिन में अंदर प्रत्येक राजस्व वाद में तारीख नियत की जाए। नकल नबीस द्वारा अर्जेन्ट प्राप्त नकल सवालों के दो दिन के अंदर एवं साधारण नकल सवालोय एक सप्ताह में नकल जारी कराई जाए। जिन राजस्व लेखपालों द्वारा पुरानी फसली की खतौनी अभिलेखागार में नहीं जमा की जा रही है उन्हें तत्काल मुवयाजा नकल हेतु जमा कराया जाए। इसके अलावा अन्य मांगे भी शामिल हैं। इस मौके पर अधिवक्ताओं में पूर्व अध्यक्ष केशचंद्र मिश्र, अनिल सिंह, राजेश द्विवेदी, आनन्द मोहन त्रिपाठी, मोहम्मद यूसुफ सिद्दीकी, रामदत्त तिवारी, नीतू जायसवाल, सुमन सिंह, भूपाल सिंह, राजेंद्र सिंह, कृष्णकांत द्विवेदी, रामशखा द्विवेदी, राजकुमार दुबे, अखिलेश सिंह, दुर्गेश मिश्र, वीरेंद्र मिश्र, गोविंद नारायण तिवारी भी मौजूद रहे।