जलवायु परिवर्तन मानव व प्राणी जीवन के लिए बन चुका खतरा: जैकी
– जलवायु परिवर्तन व पर्यावरणीय मुद्दे पर महिला महाविद्यालय बिंदकी में हुई अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी
फोटो परिचय- अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी में भाग लेते विभिन्न विद्यालयों के प्रधानाचार्य व अन्य।
मो. ज़र्रेयाब खान अजरा न्यूज़ बिंदकी, फतेहपुर। नगर के कुंवरपुर रोड स्थित राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय बिंदकी में जलवायु परिवर्तन एवं पर्यावरणीय मुद्दे पर आयोजित दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी का शुभारंभ मुख्य अतिथि बिंदकी के विधायक व पूर्व मंत्री जय कुमार सिंह जैकी ने मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण व दीप प्रज्जवलन कर कहा क़ि जलवायु परिवर्तन दुनिया के मानव जीवन और समस्त प्राणी जीवन के लिए एक खतरा बन चुका है। लगातार जलवायु में बदलाव के कारण पृथ्वी की जीवसृष्टि को तनाव झेलना पड़ रहा है और उनमें अनेक बदलाव हो रहे है। जो मानव सभ्यता के लिए एक चिंता का विषय है।
प्राचार्य डा0 सपना पांडेय ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा क़ि जलवायु
परिवर्तन दुनिया भर के सभी क्षेत्रों को प्रभावित करता है। धु्रवीय बर्फ की परतें पिघल रही हैं और समुद्र का जलस्तर बढ़ रहा है। कुछ क्षेत्रों में, चरम मौसम की घटनाएँ और वर्षा अधिक आम होती जा रही हैं, जबकि अन्य क्षेत्रों में अधिक चरम गर्मी की लहरें और सूखे का सामना करना पड़ रहा है जो कि मानवता की लिए खतरा है। विशिष्ट अतिथि डा० शील प्रिय त्रिपाठी ने कहा क़ि जलवायु परिवर्तन का परिणाम मानव के स्वास्थ्य पर भी पड़ेगा, उन्होंने डब्लूएचओ की़ एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा क़ि तापमान में वृद्वि होने के कारण स्वसन और हृदय के संबंधित रोगों में बढ़ोतरी हो रही है। जलवायु परिवर्तन के कारण रोगों के जीवाणु भी बढ़ेंगे और उसके साथ ही इन रोग जीवाणु के अलग अलग प्रजातीया भी जन्म लेगी। प्राचार्य की लिखित पुस्तक
रेफ्लेक्शंस ऑफ़ लाइफ एवं कांफ्रेंस के संयोजक डा. अरविन्द शुक्ल की लिखित पुस्तक भारत अमेरिका असैन्य परमाणु करार के बाद दोनों देशों की मध्य बदलते सम्बन्ध का विमोचन भी हुआ। आज कुल दो तकनीकि सत्रों में 36 शोध पत्र प्रस्तुत किए गये जिनके रिसोर्स पर्सन प्रो० बालकेश्वर, प्रो० नीतू सिंह, डा0 अंशुबाला, डा0 अवनीश उपाध्याय रहे। कार्यक्रम संयोजक डॉ० अरविन्द शुक्ला ने देश के विभिन्न विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालयों से आये हुए अतिथियों एवं समस्त महाविद्यालय परिवार को कार्यक्रम में समर्पित होकर सहभागिता के लिये धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर डॉ. सुशील कुमार, डा. प्रियंका रानी, धीरेन्द्र सिंह चौहान, डॉ. अंशुबाला, डॉ. रत्नेश विश्वकर्मा, डा. अभिषेक गुप्ता, डॉ. अमित कुमार मौर्या एवं विभिन्न विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों से आये प्राध्यापकगण, महाविद्यालय परिवार एवं महाविद्यालय की छात्राएं आदि मौजूद रही।