शैलेन्द्र साहित्य सरोवर की हुई साप्ताहिक रविवासरीय काव्य गोष्ठी

 ……ऋद्धि-सिद्धियां दे सभी, हरती अधम विकार
– शैलेन्द्र साहित्य सरोवर की हुई साप्ताहिक रविवासरीय काव्य गोष्ठी
फोटो परिचय-  साप्ताहिक रविवासरीय काव्य गोष्ठी में भाग लेते साहित्यकार।
मो. ज़र्रेयाब खान अजरा न्यूज़ फतेहपुर। शहर के मुराइन टोला स्थित हनुमान मंदिर में शैलेन्द्र साहित्य सरोवर के बैनर तले एक सरस काव्य गोष्ठी का आयोजन केपी सिंह कछवाह की अध्यक्षता व शैलेन्द्र कुमार द्विवेदी के संचालन में हुआ। मुख्य अतिथि के रूप में मंदिर के महंत स्वामी रामदास उपस्थित रहे।


काव्य गोष्ठी का शुभारंभ करते हुए केपी सिंह कछवाह ने वाणी वंदना में अपने भाव प्रसून प्रस्तुत करते हुए कहा हंसवाहिनी मां जगदम्बे, शक्तिरूप अवतार। बुद्धि, ज्ञान मन में भरो, परिहर कलुष विकार।। कार्यक्रम को गति देते हुए कविता पढ़ी मां की ममता का नहीं, कोई पारावार, ऋद्धि-सिद्धियां दे सभी, हरती अधम विकार।। डा. सत्य नारायण मिश्र ने अपने भावों को एक छंद के माध्यम से कुछ इस प्रकार व्यक्त किया माया महा पिशाचिनी, चुनि चुनि पकरै जंत। विषय विकारक पाश मंह, बांधे सब कहं अंत।

दिनेश कुमार श्रीवास्तव ने अपने भावों को मुक्तक में कुछ इस प्रकार पिरोया अणिमादिक किरणों से आवृत, सिद्धि मयी वरदानी का। आओ श्रद्धा से ध्यान करें, जगजननी मातु भवानी का।। शिव सागर साहू ने काव्य पाठ किया शुभ दिन हैं नवरात्रि के सुंदर, अमल, अनूप। नव देवी पूजन करें, क्वांरी कन्या रूप।। प्रदीप कुमार गौड़ ने अपने क्रम में काव्य पाठ में कुछ इस प्रकार भाव प्रस्तुत किये मां का आंचल थामिए, मां से बड़ा है कौन। रौद्र रूप यदि मां धरे, सकल सृष्टि हो मौन।। काव्य गोष्ठी के आयोजक एवं संचालक शैलेन्द्र कुमार द्विवेदी ने अपने भाव एक गीत के माध्यम से कुछ यों व्यक्त किये नौदुर्गा के पर्व का, है संदेश महान। नारी नर की शक्ति है, दें उसको सम्मान।। कार्यक्रम के अंत में स्वामी जी ने सभी को आशीर्वाद प्रदान किया। आयोजक ने आभार व्यक्त किया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *