प्रतिबंधित हरे वृक्षों को धराशाई कर रहे वन माफिया
मो. ज़र्रेयाब खान अज़रा न्यूज़ खागा, फतेहपुर। खागा तहसील क्षेत्र के यमुना तटवर्ती क्षेत्रों के जंगलों में बेखौफ हो दिन दहाड़े प्रतिबंधित हरे वृक्षों की धड़ल्ले से इलेक्ट्रॉनिक आरो से काटकर बना माफिया लकड़ी ठेकेदार धराशाई कर रहे हैं। हालांकि कई तहसील क्षेत्र के खखरेडू रेंजर समेत कई क्षेत्राधिकारियों ने वनों को उजाड़ने वाले माफियाओं के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही का बीते दिनों अंजाम भी दिया है। वहीं क्षेत्रीय वन अधिकारी से जवाब तलब भी किया है। उपरोक्त मामलों के बाद भी इन दिनों यमुना कटरी क्षेत्र में बेखोफ हो वन माफिया वृक्षों को उजाड़ने में हावी हैं।
किशनपुर थाना क्षेत्र के रायपुर भसरौल गांव के रघुवर डेरा समीप वर्षों प्राचीन हरे भरे महुआ के तीन हरे वृक्षों को इलेक्ट्रॉनिक आरो से काटकर धराशाई कर दिया है। लकड़ी ठेकेदारों ने दिनदहाड़े बेखौफ होकर प्रतिबंधित हरे वृक्षों को जमीजोद कर दिया। ग्रामीणों ने बताया कि पूर्व में कई प्रतिबंधित वृक्षों को ठेकेदार माफियाओं ने वन विभाग के कारखास अधीनस्थों की मिली भगत से काट डाला है। मामला प्रकाश में उच्चाधिकारियों के संज्ञान में आने के बाद संबंधित ठेकेदारों पर कार्यवाही भी हुई लेकिन कारखास मामले में काला पर्दा डाल बच निकले। उच्च अधिकारियों के जांच के दायरे में फंसे ठेकेदार पर विभाग ने वैधानिक कार्यवाही कर दी। ग्रामीणों ने बताया कि कारखास ही सेटिंग गेटिंग कर नये-नये लकड़ी ठेकेदारों से मिली भगतकर यमुना तटवर्ती क्षेत्रों में वनों को धराशाई करने में जुटे हैं। वन माफिया ठेकेदार पर्यावरण, वातावरण जनजीवन को हरे-भरे वृक्षों को उजाड़कर जनजीवन में प्रतिकूल प्रभाव डाल रहे हैं। मामले के बाबत वन क्षेत्राधिकारी खखरेरू विवेक शुक्ला ने बताया कि टीम भेजी गई है। जांच की जा रही जो भी दोषी होंगे कठोर से कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
प्रतिबंधित हरे वृक्षों को धराशाई कर रहे वन माफिया
