रायपुर: छत्तीसगढ़ के बीजापुर में एक बड़ी खबर सामने आई है। माओवादी कमांडर दिनेश मोदियम और उनकी पत्नी काला ताती ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। दिनेश, गंगालूर एरिया कमेटी के सचिव थे, जो पश्चिम बस्तर डिवीजन के अंतर्गत आता है। काला ताती भी इसी कमेटी की सदस्य थीं। यह घटना सोमवार को हुई।
पति-पत्नी दोनों पर था ईनाम
बस्तर पुलिस के प्रवक्ता ने बताया कि दोनों ने छत्तीसगढ़ सरकार की नक्सल आत्मसमर्पण और पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर आत्मसमर्पण किया है। दिनेश पर 8 लाख रुपये और काला ताती पर 5 लाख रुपये का इनाम था। पुलिस कानून के अनुसार आगे की कार्रवाई कर रही है।
खूंखार माओवादी कमांडर था दिनेश
दिनेश मोदियम एक खूंखार माओवादी कमांडर माना जाता था। वह छोटी उम्र में ही माओवादी संगठन में शामिल हो गया था। उसे ऑटोमेटिक हथियार चलाने, घात लगाने और IED बनाने में महारत हासिल थी। IED का मतलब होता है इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस, जो एक तरह का बम होता है। दिनेश एक कुशल रणनीतिकार था।
कई बड़े हमलों में रहा शामिल
पुलिस के अनुसार, वह पिछले एक दशक में बीजापुर जिले में सुरक्षा बलों पर हुए कई बड़े हमलों में शामिल था। इन हमलों में 100 से ज्यादा जवान शहीद हुए थे। वह खूंखार माओवादी नेता और सेंट्रल कमेटी (CC) के सदस्य हिडमा मदवी, माओवादियों की बटालियन नंबर एक के कमांडर देवा और बस्तर में सक्रिय अन्य वरिष्ठ नक्सली नेताओं का करीबी था।
माओवादियों के शीर्ष नेतृत्व में मतभेद
सूत्रों का कहना है कि बस्तर में शीर्ष माओवादी नेताओं के बीच आपसी मतभेद बढ़ गया है। पिछले 15 महीनों में सुरक्षा बलों के हाथों माओवादियों को कई झटके लगे हैं। इस कारण से दिनेश ने आत्मसमर्पण करने का फैसला किया। पिछले 15 महीनों में बस्तर में अलग-अलग मुठभेड़ों में दो दर्जन से ज्यादा वरिष्ठ नेताओं सहित 300 से ज्यादा माओवादी मारे गए हैं।