प्रतिभागियों को दिए गए प्रमाण पत्र, दिनों दिन बढ़ती जा रही अंग्रेजी की अहमियत: आरती

तीन दिवसीय रेमेडियल शिक्षण प्रशिक्षण का हुआ समापन
– दिनों दिन बढ़ती जा रही अंग्रेजी की अहमियत: आरती
– प्रतिभागियों को दिए गए प्रमाण पत्र
फोटो परिचय- तीन दिवसीय रेमेडियल शिक्षण प्रशिक्षण के समापन पर शिक्षक।
मो. ज़र्रेयाब खान अजरा न्यूज़ फतेहपुर। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में अंग्रेजी भाषा में कक्षा 6, 7 व 8 के शिक्षकों के लिए आयोजित तीन दिवसीय रेमेडियल शिक्षण प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन हुआ। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम उप शिक्षा निदेशक प्राचार्य संजय कुमार कुशवाहा के मार्गदर्शन में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम का समापन संस्थान की वरिष्ठ प्रवक्ता आरती गुप्ता ने अपने प्रेरणादाई उद्बोधन से किया। प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र दिए गए।
उन्होंने समापन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि आज अंग्रेजी भाषा का महत्व दिनों दिन बढ़ता जा रहा है। कोई भी क्षेत्र अंग्रेजी से अछूता नहीं है। आज की आवश्यकता है कि शिक्षक अंग्रेजी भाषा को रूचिपूर्ण शिक्षण विधियों को मदद से बच्चों को सिखाए। उन्होंने विज्ञान आओ करके सीखें कि तरह ही अंग्रेजी बोल कर सीखें के सूत्र को अपनाने का आह्वान किया। प्रशिक्षण के नोडल अमृत कुमार यादव और सह नोडल वीणा सिंह उपस्थित रही। प्रशिक्षण नोडल अमृत कुमार ने बताया कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में देवमई और खजुहा विकास खंड के शिक्षकों ने प्रतिभाग किया। अंग्रेजी भाषा के लिए आयोजित तीन दिवसीय प्रशिक्षण में विभिन्न सत्रों में शिक्षकों ने अंग्रेजी भाषा में रेमेडियल शिक्षण की आवश्यकता, भाषा के आधारभूत कौशल, टीचिंग ऑफ प्रोज, पोएट्री, कंपोजीशन, टीचिंग एक्शन वर्ड्स सिचुएशनल एप्रोच, लेशन प्लानिंग इन इंग्लिश, सेंटेंस पैटर्न आदि के बारे इनोवेटिव और इनरेक्टिव तरीके से शिक्षण की बारीकियों को सीखा। प्रशिक्षण के समापन के अवसर पर प्रतिभागी शिक्षक पुष्पलता गौतम, कंपोजिट विद्यालय मिसी, खजुहा और उमेश कुमार शुक्ल, कंपोजिट विद्यालय रूसी, देवमई ने तीन दिवसीय प्रशिक्षण पर अपनी विस्तृत प्रतिपुष्टि प्रदान करते हुए कहा कि प्रशिक्षण सुव्यवस्थित और सुचारु रुप से संचालित हुआ। संदर्भदाताओं द्वारा बहुत ही आनंददाई शिक्षण रणनीति का प्रयोग कर प्रशिक्षण को सहज बना दिया। प्रशिक्षण में अनेक महत्वपूर्ण शिक्षण युक्तियां सीखने को मिली। अपनी प्रतिपुष्टि में शिक्षकों ने अरविंद यादव, एआरपी की शिक्षण शैली प्रशंसा की। इस अवसर पर संदर्भदाताओं के रूप अरविंद यादव, महेंद्र सिंह यादव, बृजेश सिंह, रामनरेश उपस्थित रहे।

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