उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्रख्यात बौद्ध विद्वान, समाजसेवी एवं सांस्कृतिक संरक्षण के प्रति समर्पित डॉ. एम.के. ओटानी को “बौद्ध संस्कृति संवर्धन सम्मान” से सम्मानित किया गया। गणतंत्र दिवस 2025 के अवसर पर राजभवन, लखनऊ में आयोजित भव्य समारोह में उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने खेल और युवा मामलों के मंत्री श्री गिरीश चंद्र यादव एवं प्रमुख सचिव पर्यटन और संस्कृति श्री मुकेश कुमार मेश्राम की उपस्थिति में यह सम्मान प्रदान किया।
डॉ. औतानी को यह सम्मान बौद्ध धर्म के प्रचार-प्रसार, सामाजिक सेवा और सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण में उनके अभूतपूर्व योगदान के लिए दिया गया। सम्मान प्राप्त करने के उपरांत डॉ. औतानी ने उत्तर प्रदेश की राज्यपाल, मंत्रीगण एवं प्रशासनिक अधिकारियों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा:
“यह सम्मान मेरे लिए अत्यंत गौरव का विषय है। मैं इसे उन सभी लोगों को समर्पित करता हूं जिन्होंने मेरे इस प्रयास में सहयोग किया है। मेरा संकल्प है कि बौद्ध धर्म और सांस्कृतिक मूल्यों के संरक्षण एवं प्रचार-प्रसार के लिए मैं अपने प्रयासों को जारी रखूंगा।”
डॉ. औतानी ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बौद्ध संस्कृति के प्रचार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। वे विश्व बौद्ध संघ (World Fellowship of Buddhists) की सामाजिक-आर्थिक विकास स्थायी समिति के अध्यक्ष हैं और संयुक्त राष्ट्र एवं यूनेस्को के साथ मिलकर कार्य करते हैं। इसके अतिरिक्त, वे थाईलैंड स्थित वर्ल्ड अलायंस ऑफ बुद्धिस्ट्स के सलाहकार भी हैं।
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के अनेक बौद्ध धर्मगुरुओं, शिक्षाविदों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने डॉ. औतानी को बधाई दी और उनके निरंतर प्रयासों की सराहना की।
डॉ. एम.के. औतानी की प्रमुख उपलब्धियां:
भारतीय संस्कृति मंत्रालय के तहत हिमालयी संस्कृति पर विशेषज्ञ सलाहकार समिति के सदस्य।
बौद्ध और तिब्बती संस्थानों पर विशेषज्ञ सलाहकार समिति के सदस्य (पुनर्नियुक्त – 2024)।
भारत, दक्षिण कोरिया, थाईलैंड, श्रीलंका, फ्रांस, सिंगापुर, जापान, चीन, ताइवान, हांगकांग, संयुक्त अरब अमीरात, फिलीपींस, वियतनाम, मलेशिया, नेपाल, म्यांमार और भूटान में अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठियों में भारत का प्रतिनिधित्व।
2012 में दक्षिण कोरिया का प्रतिष्ठित मन्हे ग्रैंड प्राइज और 2017 में ग्लोबल बौद्ध एंबेसडर अवॉर्ड से सम्मानित।
भारत में मौखिक कैंसर, हिमालयी संस्कृति संरक्षण, बौद्ध कला एवं अल्पसंख्यक समुदायों के उत्थान पर शोध परियोजनाओं में सक्रिय भागीदारी।
डॉ. ओटानी की इस उपलब्धि से भारतीय बौद्ध समुदाय में हर्ष का वातावरण है, और यह सम्मान बौद्ध संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्धन के क्षेत्र में नए उत्साह का संचार करेगा।