नयी दिल्ली : राष्ट्रीय स्मृति स्थल पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का एक स्मारक बनाने का रास्ता साफ हो गया है क्योंकि उनके परिवार ने प्रस्तावित स्थल को मंजूरी दे दी है। सिंह के परिवार के करीबी सूत्रों ने बताया कि उन्होंने आवास एवं शहरी विकास मंत्रालय को पत्र लिखकर प्रस्तावित स्थल को अपनी मंजूरी दे दी है तथा स्वीकृति पत्र भेज दिया है।
सिंह की तीनों बेटियां और दामाद पहले ही प्रस्तावित स्मारक स्थल का दौरा कर चुके हैं। प्रस्तावित स्मारक स्थल लगभग 900 वर्ग मीटर में फैला हुआ है और राष्ट्रीय स्मृति स्थल पर स्थित है, जहां कई पूर्व प्रधानमंत्रियों और राष्ट्रपतियों के स्मारक स्थापित किए गए हैं। पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का स्मारक मनमोहन सिंह के लिए प्रस्तावित स्थल के पास है। सूत्रों ने बताया कि इस प्रक्रिया में अगला कदम मनमोहन सिंह की स्मृति में स्थापित किए जाने वाले न्यास (ट्रस्ट) के नाम पर भूमि का हस्तांतरण होगा। सूत्रों ने बताया कि परिवार को न्यास के सदस्यों के नामों के प्रस्ताव और उन्हें अंतिम रूप देना है। जल्द ही इस न्यास का गठन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि न्यास के गठन के बाद सरकार स्मारक के निर्माण के लिए 25 लाख रुपये का अनुदान हस्तांतरित करेगी। केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) के अधिकारी पहले ही प्रस्तावित स्थल का दौरा कर चुके हैं। भारत के आर्थिक सुधारों के वास्तुकार माने जाने वाले मनमोहन सिंह का 26 दिसंबर, 2024 को 92 वर्ष की आयु में निधन हो गया था। सिंह की पत्नी गुरशरण कौर, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मौजूदगी में निगमबोध घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया था।