किसानों के दल को एडीएम ने हरी झण्डी दिखाकर किया रवाना

  किसानों के दल को एडीएम ने हरी झण्डी दिखाकर किया रवाना
उन्नतशील प्रजातियों व फसल सुरक्षा प्रबंधन की मिलेगी जानकारी
फोटो परिचय- किसानों के दल को हरी झण्डी दिखाकर रवाना करते एडीएम।
मो. ज़र्रेयाब खान अज़रा न्यूज़ फतेहपुर। आत्मा योजना के अंतर्गत कृषि विभाग के तत्वाधान में प्रज्ञा ग्रामोत्थान सेवा समिति के माध्यम से अंतर्राज्यीय कृषक भ्रमण के तहत 52 किसानों के दल को आईसीएआर भारतीय सरसों अनुसंधान संस्थान भरतपुर राजस्थान तथा पूसा कृषि विज्ञान मेला भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान नई दिल्ली भ्रमण हेतु बस को कलेक्ट्रेट परिसर से अपर जिलाधिकारी न्यायिक धीरेन्द्र प्रताप ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
एडीएम न्यायिक ने कहा कि सरसों अनुसंधान संस्थान भरतपुर में किसानों को सरसों के उत्पादन हेतु उन्नतशील प्रजातियों एवं फसल सुरक्षा प्रबन्धन के साथ ही मूल्य संवर्द्धन तकनीक की जानकारी मिलेगी। गंगा एवं यमुना नदी का दोआबा क्षेत्र होने से जनपद में तिलहन उत्पादन की अपार संभावना है। इसके साथ ही किसान आयल मिल लगाकर सरसों तेल की बिक्री से भी आय में वृद्धि कर सकते हैं। किसानों को नई दिल्ली में पूसा कृषि विज्ञान मेला में भ्रमण करेंगे। जहां पर देश के विभिन्न आईसीएआर के संस्थानों एवं विभिन्न विश्वविद्यालयों, एफपीओ एवं नये स्टार्टअप व उद्यमियों के स्टाल में कृषि तकनीकी व व्यावसायिक जानकारी के साथ ही कृषि वैज्ञानिकों द्वारा तकनीकी जानकारी जलवायु परिवर्तन आधारित कृषि तकनीक की जानकारी प्राप्त होगी। भ्रमण में जाने वाले किसान संस्थानों से प्राप्त जानकारी को दूसरे किसानों को भी तकनीक की जानकारी देंगे। उप कृषि निदेशक राममिलन सिंह परिहार ने कहा कि अंतर्राज्यीय कृषक भ्रमण में पूसा में रबी फसलों गेंहूं, चना, मसूर के साथ ही सब्जी उत्पादन तथा पाली हाउस में खेती के प्रक्षेत्र भ्रमण के साथ ही वहां पर उन्नतिशील प्रजातियों के बीज भी किसान क्रय कर सकेंगे। संचालन कर रहे प्रज्ञा ग्रामोत्थान सेवा समिति के सचिव उमेश चन्द्र शुक्ल ने कहा कि इन भ्रमण एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम से संस्थानों के फार्म भ्रमण में कृषि की नई तकनीक प्रत्यक्ष देखने को मिलती है जिसे किसान अपनाकर उत्पादन में वद्धि करने के साथ ही अन्य किसानों के लिए माडल बनते हैं। इस कृषक भ्रमण कार्यक्रम में रणवीर सिंह, भानु प्रताप सिंह, ज्ञान सिंह, विकास द्विवेदी, मंगल सिंह, राजदुलारे शुक्ल, रमेश त्रिवेदी, रामकरन हैं।

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