बिना रजिस्ट्रेशन संचालित हो रहे कोचिंग सेंटर
– मानकों को ताक में रख विभाग का माखौल उड़ा रहे संचालक
– कमेटी गठित होने के बाद भी कोचिंग संचालकों पर अंकुश नहीं
मो. ज़र्रेयाब खान अजरा न्यूज़ फतेहपुर। माध्यमिक शिक्षा विभाग की हीला-हवाली से बगैर रजिस्ट्रेशन धड़ल्ले से जिले में कोचिंग सेंटर चल रहे हैं। हास्यास्पद तो यह है कि बगैर मानक कई कोचिंग संचालकों ने दोबारा रिनुअल कराने की भी जरूरत नहीं समझी, जबकि शिक्षा विभाग द्वारा कमेटी बनाए जाने के बाद भी जांच ठंडे बस्ते में डाल दी गई है।
जिले में गली-गली और मोहल्ले में जगह-जगह कोचिंग सेंटर खुलें हैं। इसमें से बहुत से ऐसे कोचिंग सेंटर हैं जिन्होंने माध्यमिक शिक्षा विभाग में रजिस्ट्रेशन तक नहीं है और बगैर मानक खुलेआम संचालित हो रही हैं जबकि स्पष्ट नियम है कि माध्यमिक शिक्षा विभाग में रजिस्ट्रेशन करने के लिए शुल्क जमा करने के बाद ही कोचिंग सेंटर चलाया जा सकता है। वहीं कुछ कोचिंग सेंटर ऐसे भी है जिन्होंने रजिस्ट्रेशन कराने के बाद अभी तक रिन्युवल नहीं कराया है। बगैर पंजीकरण कोचिंग संचालकों पर शिकंजा करने के लिए बीते दिनों माध्यमिक शिक्षा विभाग ने जिले के सभी तहसीलों में अलग-अलग कमेटी गठित की थी। सभी को दो सप्ताह के अंदर कोचिंग की जांच कर रिपोर्ट मांगी गई थी।
इनसेट-
सकरे भवनों में चल रहे कोचिंग सेंटर
जिले के साथ मुख्यालय में ही तमाम ऐसे कोचिंग सेंटर हैं जहां बच्चों की सुरक्षा के कोई मानक निर्धारित नहीं है। अग्नि दुर्घटना या कोई आपदा के समय इन कोचिंग सेंटरों के दरवाजे इतने संकरे हैं कि आपातकाल में किसी बड़ी दुर्घटना से इनकार नहीं किया जा सकता।