नयी दिल्ली: लंबे समय से जारी भीषण गर्मी से जूझ रहे उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत के लोगों को अब कुछ राहत मिल सकती है। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार, 11 अप्रैल से पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से तापमान में 3 से 5 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट आने का अनुमान है। जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में 10 से 12 अप्रैल के बीच हल्की बारिश होने का अनुमान है। पंजाब, उत्तर प्रदेश, बिहार, असम, मेघालय और सिक्किम जैसे राज्यों में अगले तीन दिनों के दौरान तेज आंधी और गरज-चमक के साथ मौसम में बदलाव देखा जा सकता है। बृहस्पतिवार को पूर्वी उत्तर प्रदेश, दक्षिण हरियाणा, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और मेघालय में कहीं-कहीं ओलावृष्टि हुई। वहीं, बिहार में कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश दर्ज की गई। सब-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में भी भारी बारिश हुई। दिल्ली, जहां 9 अप्रैल को पारा 40 डिग्री सेल्सियस के पार चला गया था, वहां 11 से 16 अप्रैल तक लू की स्थिति नहीं रहने की उम्मीद है। 14 से 16 अप्रैल के बीच पश्चिमी व पूर्वी राजस्थान, हरियाणा और पंजाब में लू की एक और लहर दस्तक दे सकती है। 10 अप्रैल को महाराष्ट्र के नंदुरबार में देश का सबसे अधिक तापमान 46.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार, 17 से 23 अप्रैल के बीच पूर्वी भारत के कई हिस्सों में मध्यम बारिश, गरज के साथ छींटे गिर सकते हैं। इस दौरान अधिकतम तापमान उत्तर-पश्चिम भारत, पूर्वी भारत और गुजरात के कई हिस्सों में सामान्य से 1–3 डिग्री अधिक रह सकता है।
उत्तर भारत को गर्मी से राहत मिलने के आसार
