नयी दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित Shah ने त्रि-भाषा फार्मूले को लेकर जारी विवाद के बीच द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) पर जोरादार हमला बोला और कहा कि अपने भ्रष्टाचार को छुपाने के लिए तमिलनाडु की सत्तारूढ़ पार्टी भाषा को हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रही है।
राज्यसभा में शुक्रवार को गृह मंत्रालय के कामकाज पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए शाह ने कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) इस मुद्दे को गांव-गांव लेकर जाएगा और द्रमुक की पोल खेलेगा। Shah ने स्पष्ट किया, ‘हिंदी की किसी भी भारतीय भाषा से स्पर्धा नहीं है। हिंदी, सभी भारतीय भाषाओं की सखी है। हिंदी से ही सभी भारतीय भाषाएं मजबूत होती हैं और सभी भारतीय भाषाओं से ही हिंदी मजबूत होती है।’
आपमें हिम्मत नहीं है…तमिल-हिंदी विवाद पर Amit Shah ने DMK को दिया बड़ा चैलेंज
Shah ने ‘भाषा के नाम पर जहर फैलाने’ वालों पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें हजारों किलोमीटर दूर की कोई भाषा तो अच्छी लगती है, पर भारत की भाषा उन्हें अच्छी नहीं लगती है। शाह ने कहा कि भारतीय भाषाओं के विकास के लिए राजग सरकार प्रतिबद्ध है, इसमें किसी को शंका नहीं होनी चाहिए।
जम्मू कश्मीर में हुआ अभूतपूर्व निवेश
जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद हुए परिवर्तन के बारे में प्रश्न पूछने वाले विपक्षी नेताओं पर करारा प्रहार करते हुए गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि इसके समाप्त होने के बाद वहां आतंकवाद, पथराव, जबरदस्ती बंद की घटनाओं में भारी कमी आयी है तथा राज्य में जितना निवेश आया, उतना आजादी के बाद कभी नहीं हुआ था।
शाह ने जम्मू कश्मीर एवं वहां के आतंकवाद, वाम नक्सलवाद एवं पूर्वोत्तर के उग्रवाद को ‘तीन नासूर’ की संज्ञा दी।
Shah ने कहा कि जम्मू कश्मीर में आज किसी की हिम्मत नहीं है कि पथराव और संगठित बंद कर ले। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर की तिजोरी खाली हो गयी थी जबकि आज वहां करोड़ों रुपये का निवेश हो रहा है। उन्होंने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि ये लोग हिसाब मांगते हैं कि अनुच्छेद 370 हटने के बाद क्या विकास हुआ।
उन्होंने कहा कि जिसकी आंख साबुत हो, उसे दिखाया जा सकता है किंतु जिसने काला चश्मा पहन रखा हो, उसे कैसे दिखाया जा सकता है?
Shah किसी में विस्फोट कर भागने की हिम्मत नहीं
Shah ने कहा कि अब कोई भी व्यक्ति विस्फोट करके भागने की हिम्मत नहीं कर सकता, जैसा कि देश में पहले हुआ करता था। उन्होंने जोर देकर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश सुरक्षित है।